किलकारी में मानव मंगल के स्टूडेंट्स ने आकर्षक प्रस्तुति में दहेज न लेने का दिया संदेश

Manav Mangal Students gave the Message
मानव मंगल स्मार्ट स्कूल जूनियऱ के वार्षिक स्टेज शो में यूकेजी और पहली व दूसरी क्लास के छात्रों ने मंच पर बिखेरी प्रतिभा
चंडीगढ़। Manav Mangal Students gave the Message: मानव मंगल स्मार्ट स्कूल जूनियर, सेक्टर-91 के यूकेजी और पहली व दूसरी क्लास के स्टूडेंट्स ने शनिवार को वार्षिक स्टेज शो ‘किलकारी’ में मंच पर अपनी प्रतिभा बिखेरने में किसी तरह की कोई कसर नहीं छोड़ी। सेक्टर-88 स्थित मानव मंगल स्मार्ट स्कूल के सभागार में हुए समारोह में स्टूडेंट्स की हर सांस्कृतिक प्रस्तुति पसंद की गई तथा दर्शकों ने तालियां बजाकर उनकी खूब सराहना भी की। यह कार्यक्रम परंपरा, जागरूकता और मनोरंजन का एक सुंदर मिश्रण था, जो समग्र शिक्षा के लिए स्कूल की प्रतिबद्धता को उजागर करता था। कार्यक्रम की शुरुआत सत्र 2024-25 की उपलब्धियों को प्रदर्शित करने वाली एक डिजिटल प्रस्तुति के साथ हुई।
सांस्कृतिक समारोह की शुरुआत सेकेंड बी क्लास के छात्रों की ओर से प्रस्तुत गणेश वंदना से हुई जिसमें उन्होंने भगवान गणेश से उन्हें बुद्धि, सफलता और शक्ति का आशीर्वाद देने की प्रार्थना की। पारंपरिक परिधान पहने और सुंदर लय के साथ नृत्य करते हुए विद्यार्थियों ने आध्यात्मिकता और श्रद्धा का माहौल बनाया इसके बाद फर्स्ट बी क्लास के बच्चों ने ‘माय ग्रैंड पेरेंट्स माय ट्रेजर’ प्रस्तुति में दिखाया कि उनके ग्रैंड पेरेंट्स किस तरह से उन्हें अंतहीन प्यार करते हैं और वे वे सिर्फ परिवार नहीं हैं बल्कि उनके सबसे अच्छे दोस्त हैं। इस कार्यक्रम ने पीढ़ियों के बीच के शाश्वत बंधन को उजागर किया।
आंखों को नम कर देने वाली इस प्रस्तुति दे बाद यूकेजी बी क्लास के नन्हें मुन्ने स्टूडेंट्स ने फैशन शो ‘गुडनैस अंबैसडर्स’ पेश कर खूब तालियां बटोरीं। छात्रों का आत्मविश्वास और मंच पर उपस्थिति सराहनीय थी, जिससे संदेश जीवंत हो गया। इसके बाद फर्स्ट ए के छात्रों की ओर से पेश ‘फूड इस लाइफ’ में भोजन की बर्बादी को कम करने और हर अनाज का मूल्य समझने के महत्व पर बल दिया गया। इस प्रस्तुति में छात्र-छात्राओं ने बताया कि हर दाने में कड़ी मेहनत, धूप और देखभाल की कहानी जुड़ी है। एक दाने का बर्बाद करना किसी के प्रयास को बर्बाद करने जैसा है। इसके अलावा समारोह में यूकेजी ए क्लास के स्टूडेंट्स ने एक आकर्षक प्रस्तुति में दहेज जैसी सामाजिक बुराई पर बात की तथा पुरानी प्रथाओं को समाप्त करने का आह्वान किया। इस प्रस्तुति में बताया गया कि शादी प्रेम और एकजुटता का उत्सव है। लेकिन जब उपहार मांग में बदल जाते हैं, तो खुशी बोझ में बदल जाती है। छात्रों ने अंत में कहा, आइये हाथ मिलायें और कहें - दहेज़ नहीं।
स्कूल के नन्हें गबरूओं और मुटियारों ने ‘ताल एंड टशन’ में अपने जोरदार भांगड़ा मूव्स और जीवंत पंजाबी वेशभूषा, ऊर्जा और शान से दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। उन्होंने इस प्रस्तुति में बताया कि भांगड़ा सिर्फ एक डांस नहीं है - यह पंजाब की धड़कन है, जो खुशी, रंग और उत्सव से भरपूर है। रंग-बिरंगे परिधानों के साथ, इस प्रस्तुति में पंजाब की उल्लासमय भावना झलकी पेश की गई। अंत में छात्र-छात्राओं ने देश भक्ति के रस में डुबोती प्रस्तुति देकर सैनिकों के प्रति आभार जताया। स्कूल के डॉयरेक्टर संजय सरदाना ने कहा कि इस उम्र में मंच पर प्रस्तुति से बच्चों का डर दूर हो जाता है तथा उनका आत्मविश्वास बढ़ता है। यही वजह है कि स्कूल इस वार्षिक शो के माध्यम से यह सुनिश्चित करता है कि ज्यादा से ज्यादा स्टूडेंट्स को मंच पर प्रस्तुति देने का मौका मिले। उन्होंने कहा कि इस समारोह के लिए शिक्षिकाओं को बहुत मेहनत करनी पड़ती है जो कि बधाई के पात्र हैं। कार्यक्रम का समापन स्कूल गीत के साथ हुआ।